पापा के नाम — Father's Day पर
"कंधे पर बिठाकर दुनिया दिखाने वाले,
अब खुद आसमान बन गए हैं।
जिनकी डाँट में भी दुआ छुपी होती थी,
वो आज खामोश तस्वीर बन गए हैं..."
आज Father's Day है पापा,
लोग अपने पापा को गले लगा रहे हैं,
और मैं आपकी कमी को सीने से लगाए बैठा हूँ।
आप थे तो मैं कभी हारता नहीं था —
क्योंकि आपकी नजरें मेरे पीछे होती थीं।
अब आपकी तस्वीर है,
और मैं जीतकर भी ख़ाली महसूस करता हूँ।
वो अलार्म की आवाज़ नहीं,
आपकी खाँसी की हल्की सी आवाज़ थी जो मुझे उठाया करती थी,
वो सुबह की चाय नहीं,
आपकी हिम्मत थी जो हर दिन की शुरुआत बनाती थी।
आज भी जब थक जाता हूँ,
तो आपके पुराने कुर्ते की खुशबू में सुकून ढूँढता हूँ।
जब कोई कहता है — “आपके पापा बहुत अच्छे इंसान थे”,
तो बस चुपचाप आँखें नम हो जाती हैं…
---
एक छोटी सी प्रार्थना पापा के लिए:
“जहाँ भी हो पापा, खुश रहिएगा…
आपके बिना ये दुनिया अधूरी है,
पर आपके दिए उसूलों से जी रहे हैं।”